यह कार्यक्रम एक ज्ञानी के साथ एक बैठक है यानि सशर्त मन से घटित होनेवाला जीवन में एक स्थानांतरण घटित होने का एक मौका है। ऐसे एक पुरुष या स्त्री के लिए दिया गया निर्देशन, सिर्फ़ उनका जीवन का एक स्वाभाविक प्रकटन है। जीवन की असीम उदारता में, डॉ:विजय शंकर को, सच्चाई का प्रवचन या अभ्यास करने के लिए लाया नहीं, परन्तु यह समझाने के लिए कि सच्चाई को जानना या अभ्यास करना संभव नहीं। दूसरी तरफ़, भ्रामिक को ही समझा जा सकता है और यही वह संसार, मनुष्य और मन है जैसे ऋषियों द्वारा घोषित किया गया है।
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